उत्तर प्रदेश के नोएडा जनपद में चार पुलिसकर्मियों को एक युवक से रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इन पुलिसकर्मियों ने युवक को गांजा तस्करी के आरोप में पकड़ा और फिर 20 हजार रुपए रिश्वत लेकर उसे छोड़ दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलिसकर्मी रुपए गिनते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं, नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के आदेस पर मामले की जांच की गई, जिसमें आरोप सही पाए गए।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नारंग नामक का व्यक्ति बिशनपुरा गांव में रहता है। वह नोएडा में एक प्राइवे कंपनी में नौकरी करता है। नारंग ने बताया कि 14 सितंबर को पुलिस मुझे घर से पकड़कर ले गई। इसकी जानकारी होने पर दोस्त मोहित थाने पहुंचा और मामले की जानकारी ली। इस दौरान सब इंस्पेक्टर लवकेश कुमार ने कहा कि नारंग अंतरराष्ट्रीय गांजा तस्कर है। अगर इसको छुड़ाना है तो 50 हजार की व्यवस्था करो। नहीं तो इसके पांच साल तक जेल में रहने से कोई रोक नहीं सकता है। नारंग ने बताया कि इस पर मेरे दोस्त ने कहा कि मैं इतने रुपए नहीं दे सकता तो पुलिस वाले 50 की जगह 30 हजार रुपए पर आ गए और अंत में 20 हजार रुपए लेकर उसे छोड़ दिया।

इस दौरान मोहित ने अपने दोस्त से इसका वीडियो बनवा लिया। मोहित का दावा है कि सेक्टर-58 के 5 पुलिसकर्मी इसमें शामिल हैं। उसने बताया कि इस घटनाक्रम का वीडियो और ऑडियो उसके पास सबूत के तौर पर मौजूद है। इसके बाद पीड़ित ने नोएडा पुलिस कमिश्नरेट से न्याय की मांग की थी। वहीं मामले की जानकारी होने पर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने तत्काल कार्रवाई की। एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि पुलिस ने गांजा तस्कर के आरोप में एक व्यक्ति को पकड़ा था। जिसे छोड़ने के लिए सेक्टर-57 चौकी इंचार्ज ने 20 हजार रुपये लिए थे। इसकी शिकायत मिलने पर जांच की गई, तो आरोप सही मिले।

एडीसीपी ने बताया कि सेक्टर-57 चौकी इंचार्ज लवकेश कुमार, हेड कांस्टेबल राज कुमार त्यागी, कांस्टेबल अंकित बालियान और सोनू कुमार को सस्पेंड कर दिया। रिश्वत लेते हुए वीडियो में दिख रहे कांस्टेबल सोनू कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।