यूपी पुलिस के पुलिसकर्मियों पर काम का कितना प्रेशर है ये बात किसी से छिपी नहीं है। कई बार काम के प्रेशर के अलावा अपने अफसरों के उत्पीड़न की वजह से पुलिसकर्मी डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। ताजा मामला रामपुर जिले का है, जहां एक इंस्पेक्टर ने अफसरों के उत्पीड़न से तंग आकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए डीआईजी को पत्र लिखा है। इंस्पेक्टर की मानें तो उसी के समकक्ष एसओ और अफसरों का व्यवहार उसके प्रति ठीक नहीं है। इसी वजह से वो डिप्रेशन का शिकार हो गए हैं। यही वजह है कि अब वो स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेना चाहते हैं।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक रामपुर जिले के के पटवाई थाने में इंस्पेक्टर क्राइम के पद पर तैनात वीरपाल सिंह ने जब से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए पत्र लिखा है तब से महकमे में हड़कंप मच गया है। खबरों की मानें तो पुलिस इंस्पेक्टर ने अपने समकक्ष एसएचओ पटवाई एवं उच्च अधिकारियों द्वारा लगातार उनके साथ निम्न श्रेणी का व्यवहार बरतने का आरोप लगाते हुए यह कदम उठाया है। वह इन्हीं बातों से डिप्रेशन में आकर अपना इलाज भी करा रहे हैं। इसी बात की तस्दीक अस्वस्थ्य हुए इंस्पेक्टर को देखने आई खुद उनकी पत्नी ने भी कबूल की है।

सोमवार को उनकी पत्नी का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने बताया कि पति यहां अकेले रहते हैं और वह बच्चों के साथ सहारनपुर में रहती हैं। उनके पति की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलने पर वह पिछले दिनों रामपुर आई थीं। पति का अस्पताल में उपचार कराया। काफी पूछने पर पति ने बताया कि पटवाई थाने के प्रभारी का व्यवहार उनके साथ ठीक नहीं है। इससे वह तनावग्रस्त हो गए और उनकी तबीयत बिगड़ गई। तबियत ज्यादा खराब होने पर सोमवार को वह उन्हें अपने साथ सहारनपुर ले गई हैं। वहीं इलाज चल रहा है।

स्पीड पोस्ट से भेजे पत्र

इस मामले में पीड़ित इंस्पेक्टर का कहना है कि उन्होंने डीआइजी और एसपी को स्पीड पोस्ट से पत्र भेजे हैं। डीआइजी शलभ माथुर का कहना है कि समस्या दूर कराने के लिए पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस अधीक्षक से कहा गया है। फिलहाल अब इंस्पेक्टर को न्याय मिलने का इंतजार है।