वैसे तो पुलिस के जवान हर कदम पर लोगों की सुरक्षा में तैनात रहते हैं. पर कई बार यही जवान ऐसे काम कर देते हैं, जिस वजह से वो सुर्खियों में आ जाते हैं. मामला शाहजहांपुर का है, जहां एक बूढ़ी मां अपने इकलौते बेटे की बरामदगी की अपीन करने थाने पहुंच गई. महिला ने पुलिस को बताया कि साहब बेटा कहीं चला गया. वहीं कमाकर लाता है तब भोजन मिलता था. बेटे के लापता होने से उनको खाने की काफी किल्लत होने लगी है. जिसके बाद महिला आरक्षी ने वृद्धा की परेशामी सुनकर सबसे पहले महिला को खाना मंगाकर खिलाया. इसके बाद घर के लिए अनाज और खर्च के लिए दो हजार रुपये दिया.

ये था मामला

जानकारी के मुताबिक मामला शाहजहांपुर के थाना पुवायां बड़ा गांव का है, जहां पर पीड़ित महिला रेशमा देवी का बेटा घर से बिना बताए कहीं चला गया. बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए जब वह जब्बा पुवायां थाने में आई तो महिला हेल्प डेस्क पर तैनात महिला आरक्षी रिचा पांडे ने रेशमा देवी को अपने पास महिला कक्ष में बैठाया और उसकी समस्या के बारे में पूछा. इतने में पीड़ित रेशमा की आंखों से आंसू बहने लगे.

पीड़िता ने बताया कि उसका बेटा ही घर का एकमात्र सहारा है. उसके जाने से घर पर खाना तक नहीं बन रहा है. रेश्मा की ये बातें सुनकर महिला आरक्षी का भी दिल पसिज गया. उन्होंने उसे ढांढस बंधाते हुए अपने हाथ से खाना खिलाया.

महिला पुलिसकर्मी ने की मदद

वहीं महिला की मुसीबत देखकर प्रभारी कुंवर बहादुर सिंह ने महिला के पुत्र की गुमशुदगी दर्ज कराते हुए महिला के लिए आंटा, चावल, गेहूं, आलू, तेल, दाल तथा 2000 रुपये नकद देकर सरकारी गाड़ी से महिला आरक्षी के साथ उसके घर पर पहुंचवाया. पीड़ित महिला यह सम्मान पाकर खुश होकर अपने घर लौट आई. पुलिस ने विशेष टीम गठित कर महिला के बेटे की शीघ्र बरामदगी के लिए प्रयास कर रही है. वहीे सोशल मीडिया पर महिला पुलिसकर्मी के इस कदम की काफी सराहना हो रही है.