मंदी के डर के बीच अमेरिकी शेयर बाजार में इस गुरुवार को भी बिकवाली का ऐसा तूफान आया कि दिग्गज कंपनियों के शेयर धराशायी हो गए। फेसबुक, टेस्ला, गूगल, अमेजन के शेयर औंधेमुंह गिर गए। डाऊ जोंस 52 हफ्ते के सबसे निचले स्तर 28958 के बेहद करीब आ गया है। अगर अमेरिकी शेयर बाजारों में गुरुवार की गिरावट का असर भारतीय बाजारों पर पड़ा तो बीएसई-एनएसई के लिए शुक्रवार 'ब्लैक फ्राइडे' साबित होगा।

बता दें गुरुवार को डाऊ जोंस 1.54 फीसद यानी 458 अंकों का गोता लगाकर 29225 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डैक में 2.84 फीसद की गिरावट रही और यह 10737 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि, एस एंड पी 500 में 2.11 फीसद की गिरावट रही।

इसका असर यह हुआ कि एलन मस्क की टेस्ला के शेयर 6.81 फीसद टूटे। इससे उन्हें एक ही दिन में 13.3 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। वहीं, जेफ बेजोस के अमेजन के शेयर 2.72 फीसद टूटे। इस वजह से उनकी कुल दौलत में 3.22 अरब डॉलर की सेंध लग गई। फेसबुक यानी मेटा प्लैटफार्म के शेयर भी 3.67 फीसद टूटे। इस वजह से मार्क जुकरबर्ग की दौलत 1.82 अरब डॉलर घट गई।

घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार सातवें कारोबारी सत्र में गिरावट जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 188 अंक टूटकर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच वित्तीय और सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 188.32 अंक यानी 0.33 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,409.96 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान ऊंचे में यह 57,166.14 अंक तक और नीचे में 56,314.05 अंक तक आया। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 40.50 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,818.10 अंक पर बंद हुआ।