मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) रविवार को करीब छह घंटे के प्रवास पर रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी ने श्रीराम राम जन्मभूमि मंदिर में पूजा के बाद यहां पर हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या सप्तपुरी में से एक पुरी है। 500 वर्षों के इंतजार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो चुका है। अयोध्या को दुनिया की सर्वोत्तम नगरी बनाना है।

अयोध्या में चल रहीं तीस हजार करोड़ की परियोजनाएं

सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में केंद्र व प्रदेश की डबल इंजन सरकार की तीस हजार करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं। यहां आध्यात्मिक नगरी बनने के साथ ही भौतिक साधनों का भी उपलब्धता होगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में विकास के लिए धन की कमी नहीं होगी। उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि दीपोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन उनकी अयोध्या के प्रति अपार श्रद्धा और निष्ठा है। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले बिजली आती ही नहीं थी और अब बिजली जाती नहीं है। आज पूरी अयोध्या एलईडी लाइट से जगमगा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में सड़कों के चौड़ीकरण में जो व्यापारी विस्थापित हो रहे हैं हम उनका पुनर्वास भी करेंगे। अयोध्या से जुड़ने वाले सभी मार्गों को फोरलेन व सिक्स लेन से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन भी किए।

तीन प्रमुख मार्गों के निर्माण में देरी पर जताई नाराजगी

मुख्यमंत्री योगी ने अयोध्या में विकास कार्यों की समीक्षा भी की और राम जन्मभूमि जाने वाले सभी तीन प्रमुख मार्गों के निर्माण में देरी को लेकर नाराजगी भी जताई। मुख्यमंत्री अयोध्या दौरे पर आयुक्त सभागार में अयोध्या विजन डॉक्यूमेंट 2047 की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री का सर्वाधिक फोकस अन्य विकास कार्यों से ज्यादा श्रीराम जन्मभूमि को जाने वाले राम पथ, भक्त पथ और जन्मभूमि पथ पर था। उन्होंने इन पथों को जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश अफसरों को दिए।